Patient with 90 Percent Blockage of Arteries Saved with Miniature Pump
हार्ट को रिकवरी करने में मददगार दुनिया का सबसे छोटे साइज का मिनिएचर हार्ट पंप का इस्तेमाल फोर्टिस एस्कॉर्टस हार्ट इंस्टिट्यूट में किया गया। दावा है कि देश में इस डिवाइस का इस्तेमाल पहली बार किया गया है, जो हार्ट में ब्लॉकेज और लगातार खराब हो रहे हार्ट से जूझने वाले लोगों के लिए वरदान साबित हो सकता है। यह एक प्रकार से जिंदगी बचाने वाला डिवाइस है, जो हार्ट फेल होने पर रिकवरी करने में मदद करता है। फोर्टिस के कार्डियॉल्जिस्ट डॉक्टर अशोक सेठ की टीम ने इम्पेला हार्ट पंप की मदद से देश में पहली बार प्रोटेक्टेड एंजियोप्लास्टी और स्टेंटिंग प्रसीजर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
धमनियों में था 90 प्रतिशत ब्लॉकेज
26 जून को यह डिवाइस 86 साल के एक मरीज में लगाया गया, जो लगातार सीने में दर्द और हार्ट अटैक की बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी धमनियों में 90 प्रतिशत तक ब्लॉकेज था। सर्जरी में काफी खतरा था, इसलिए इस डिवाइस की मदद से एंजियोप्लास्टी की गई। 5 स्टेंट लगाने पर मरीज की रिकवरी हो गई तो 5 घंटे बाद डिवाइस को निकाल लिया गया।
सबसे छोटा हार्ट पंप है इम्पेला डिवाइस
डॉक्टरों के अनुसार इम्पेला डिवाइस दुनिया का सबसे छोटा हार्ट पंप है, जो हार्ट की बिगड़ती स्थिति को 5-7 दिनों तक संभाल सकता है। इम्पेला हार्ट पंप का इस्तेमाल हृदय के कामकाज को स्थिर रखने में और कार्डियोजेनिक शॉक या बहुत अधिक जोखिम वाले एंजियोप्लास्टी के मामले में ब्रेन और किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों तक ब्लड सप्लाई निश्चित करने में मदद करता है।
वॉटर पंप के सिद्धांत पर काम करता है इम्पेला
इम्पेला डिवाइस एक कैथेटर की तरह होता है और सबमर्सिबल वॉटर पंप के सिद्धांत पर काम करता है। यह एक पेंसिल जितनी मोटाई का है और इसकी लंबाई करीब 6 इंच है। डॉक्टर सेठ ने कहा कि वैसे मरीज जिनका हार्ट ठीक तरह से काम न कर रहा हो और जिनकी एंजियोप्लास्टी में बहुत अधिक जोखिम हो उनके मामले में यह डिवाइस हार्ट की मदद कर सकता है। इसे पिछले कुछ सालों से अमेरिका और यूरोप में इस्तेमाल किया जाता रहा है लेकिन भारत में इसे पहली बार यूज किया गया है।
Source : https://goo.gl/MwvJy5
Comments
Post a Comment